Translate

Dangerous! Indian Android users on target of Pakistani hackers, know about these 3 apps

Techno Mirth
0

Dangerous! Indian Android users on target of Pakistani hackers, know about these 3 apps


खतरनाक! पाकिस्तानी हैकर्स के निशाने पर भारतीय Android यूजर्स, जानें इन 3 ऐप्स के बारे में

खतरनाक! पाकिस्तानी हैकर्स के निशाने पर भारतीय Android यूजर्स, जानें इन 3 ऐप्स के बारे में


साइबर सुरक्षा: आज की दुनिया में यह एक महत्वपूर्ण मुद्दा है, जिसके चलते हर दिन कुछ न कुछ साइबर हमलों के बारे में सुनना आम बात हो गई है। हाल ही में, एक चिंताजनक मुद्दा सामने आया है जिसके तहत पाकिस्तान से जुड़े एक ट्रोजन अटैक के जरिए भारतीय Android यूजर्स को लक्ष्य बनाया जा रहा है।

तकनीक का विकास के साथ-साथ, जुड़ी समस्याएं भी बढ़ रही हैं, और आज की सबसे बड़ी चुनौती साइबरक्राइम है। यह सिर्फ व्यक्तियों को ही नहीं प्रभावित करता है, बल्कि सरकारों को भी अपने प्रभाव में ले रहा है। हाल ही में, एक घटना सामने आई है जिसमें 'ट्रांसपेरेंट ट्राइब' नामक संदिग्ध हैकर समूह ने पाकिस्तान से जुड़े CapraRAT मोबाइल रिमोट एक्सेस ट्रोजन (RAT) का उपयोग किया है। इसके लिए वह YouTube की तरह दिखने वाले Android ऐप का उपयोग कर रहे हैं।

रिपोर्ट के आंकड़े:

साइबर सुरक्षा कंपनी SentinelOne ने बताया है कि CapraRAT टूलसेट का उपयोग कश्मीर से जुड़े जासूसी और फिशिंग लक्ष्यों की जानकारी जमा करने और प्राप्त करने के लिए किया जाता है। इसके साथ ही, यह पाकिस्तान से संबंधित मामलों पर काम करने वाले मानवाधिकार कार्यकर्ताओं की निगरानी के लिए भी उपयोग किया गया है। इस शोध से साबित हुआ है कि यह Android डिवाइस को प्रभावित कर रहा है।

इन हैकर्स के बारे में:

इन हैकर्स को भारत और पाकिस्तान के सैन्य और राजनीतिक जानकारी को लक्ष्य बनाने के लिए जाना जाता है। शोधकर्ता अलेक्ज डेलामोट्ट के अनुसार, CapraRAT एक खतरनाक टूल है, जो हैकर्स को Android डिवाइसों के बहुत सारे डेटा पर नियंत्रण प्राप्त करने की संभावना है।

CapraRAT क्या है:

CapraRAT एक Android फ्रेमवर्क है, जो दूसरे ऐप्स के भीतर RAT फ़ीचर्स को छिपाता है। सबसे खतरनाक बात यह है कि आप इन ऐप्स को Google Play Store पर नहीं पाएंगे। 'ट्रांसपेरेंट ट्राइब' हैकर्स ये ऐप्स Google Play Store के

 बाहर रखते हैं और उपयोगकर्ताओं को इन्हें इंस्टॉल करने के लिए स्वचालित वेबसाइटों और सोशल इंजीनियरिंग तकनीकों पर भरोसा करने के लिए प्रोत्साहित करते हैं। एक शब्द में, वे पॉप्युलर Android ऐप्स के फ़र्जी संस्करण बना लेते हैं। कुछ इस लिस्ट में com.Base.media.service, com.moves.media.tubes, com.videos.watches.share शामिल हैं।

ऐप्स द्वारा Android यूजर्स की गतिविधि का ट्रैकिंग:

इसके लिए, ये हैकर्स कुछ तकनीकों का इस्तेमाल करते हैं, जैसे माइक्रोफोन, फ्रंट और रियर कैमरा से रिकॉर्ड करना, SMS और मल्टीमीडिया संदेशों को जुटाना, कॉल लॉग बनाना, मैसेज भेजना, अन्य मैसेज को ब्लॉक करना, फ़ोन कॉल करना, स्क्रीन कैप्चर करना, और जीपीएस और नेटवर्क सेटिंग्स को ओवरराइड करना।

यह अलर्ट हमें यह याद दिलाता है कि हमें अपनी साइबर सुरक्षा का ख्याल रखना हमारी जिम्मेदारी है, और सावधानी से ऐप्स को इंस्टॉल करना बहुत महत्वपूर्ण है। इसके बिना, हम इन हैकर्स के शिकार हो सकते हैं।



स्वस्थ रहें, सुरक्षित रहें!

एक टिप्पणी भेजें

0टिप्पणियाँ

एक टिप्पणी भेजें (0)